IIT JEE में 98 प्रतिशत नंबर पाने वाले 96 लाख के कर्ज में ऑनलाइन गेमिंग ने की ज़िंदगी ख़राब online gaming
ऑनलाइन गेमिंग ने की ज़िंदगी ख़राब online gaming कोन हे हिमांशु मिश्रा–
यह कहानी झारखंड के बेहतरीन छात्र हिमांशु मिश्रा की है. हिमांशु मिश्रा की उम्र सिर्फ 22 साल है, लेकिन वो online gaming की लत के कारण 96 लाख रुपये के गहरे कर्ज में डूब गए हैं. अब हिमांशु के परिवार ने भी उनका साथ छोड़ दिया है. यहां तक कि उनकी मां भी उनसे बात तक नहीं करती है.
ऑनलाइन गेमिंग ने की ज़िंदगी ख़राब online gaming IT JEE में 98 प्रतिशत नंबर –
हिमांशु ने आईआईटी जेईई में 98% नंबर हासिल किए थे। उनकी इस उपलब्धि में परिवार को भी गर्व था। लेकिन, अब ऐसे हालात हो गए हैं कि परिवालों ने हिमांशु से मतलब रखना छोड़ दिया है। शालिनी कपूर नाम के यूटूबेर ने एक पॉडकास्ट प्रोग्राम के दौरान हिमांशु ने बताया कि उसने सिर्फ मनोरंजन के लिए online gaming को अपनाया था और इसकी शुरुआत सिर्फ 49 रुपये से की थी।
online gaming के लिए घर से ही की पैसों की चोरी –
बाद में ऐसी लत लगी कि उसने इसके लिए अपनी मां के अकाउंट से 28 हजार रुपये और पिता के अकाउंट से 88 हजार रुपये धोखाधड़ी से निकाले।
घर वालों ने कोर्ट से तोड़ा रिश्ता –
हिमांशु के क़र्ज़े से परेशान होकर उसकी अपने माँ उससे रिश्ता तोड़ दिया हे।पर अब हिमांशु को अपने किए पर बहूत पछतावा हो रहा हे। वह अपने दोस्तों को अब इस ऑनलाइन गेमिंग से दूर रहनेकि सलह दे रहा हे।
आत्महत्या करने की कोशिश –
लत मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। हिमांशु की कहानी इस खतरे को उजागर करती है, जहाँ वह आत्महत्या करने तक की सोच में पड़ गया था।
हिमांशु की कहानी ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों के बारे में एक सख्त चेतावनी है। एक युवा व्यक्ति, जिसके पास उज्ज्वल भविष्य की आकांक्षाएँ थीं, वह ऑनलाइन गेम्स के आकर्षण में फंस गया, जिससे उसकी ज़िंदगी एक ऐसी खाई में गिर गई, जिसका परिणाम उसे भारी कीमत चुकाकर भुगतना पड़ा।
हिमांशु की कहानी के मुख्य बिंदु:
- ऑनलाइन गेमिंग की लत से गंभीर आर्थिक समस्याएँ हो सकती हैं
हिमांशु ने अपनी लत के कारण 96 लाख रुपये खो दिए। - लत रिश्तों को बर्बाद कर सकती है
हिमांशु की माँ ने उससे बात करना बंद कर दिया क्योंकि उसने उनके पैसे खो दिए थे। - लत मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकती है
हिमांशु ने एक समय आत्महत्या के बारे में सोचा। - यदि आप या आपका कोई परिचित लत से जूझ रहा है, तो मदद लेना बेहद जरूरी है
लत से उबरने में मदद के लिए कई संसाधन उपलब्ध हैं।
हिमांशु की कहानी यह याद दिलाती है कि ऑनलाइन गेमिंग की लत एक गंभीर समस्या है, जिसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इस खतरे से अवगत रहना और खुद को तथा अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाना बेहद जरूरी है।
ऑनलाइन गेमिंग की लत से बचाव के लिए कुछ सुझाव:
- अपने गेमिंग समय पर सीमाएँ निर्धारित करें।
- लत के संकेतों और लक्षणों से परिचित रहें।
- अगर आप या कोई आपका परिचित लत से जूझ रहा है, तो मदद लें।
- अपने बच्चों से ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों के बारे में बात करें।
- अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें।
- अपने बच्चों को तनाव और चिंता से निपटने के लिए स्वस्थ तरीके विकसित करने में मदद करें।
यदि आप या आपका कोई परिचित ऑनलाइन गेमिंग की लत से जूझ रहा है, तो मदद के लिए कई संसाधन उपलब्ध हैं। आप नेशनल काउंसिल ऑन प्रॉब्लम गैंबलिंग की वेबसाइट पर उपलब्ध संसाधनों की सूची पा सकते हैं: https://www.ncpgambling.org/
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