आंद्रप्रदेश में बनने जा रही थी देश की सबसे sustainable सिटी जो आज पोलिटिकल ईगो की वजहसे बंजर पड़ी हुई हे. भारत में सिंगापुर बनाने का सपना क्यों रहा अधूरा आए देखते हे
भारत में सिंगापुर बनाने का सपना क्यों रहा अधूरा कहा पर बनने जा रही थी ये सिटी –
आंद्रप्रदेश के अमरावती शहर में ये सिटी बन रही थी ये सिटी बनाने के लिए २४००० किसानो ने अपनी fertile land गवर्मेंट को दे दिया जिसे इंडिया की सबसे अट्रैक्टिव सिटी बना सके.
केसे रखी इस सिटी की नीव –
जब तेलंगाना और आंध्र का विभाजन हुआ तब तेलंगाना के पास अपना एक बड़ा सिटी हैदराबाद जो कि कैपिटल के तौर पर था. पर आंध्र के पास एसी कोई सिटी नहीं थी जो कि वह आपनी राजधानी बनाए।तो फिर c.naydu ने आंध्र की राजधानी के लिए अमरावती को चूना क्यों की ये सिटी आंध्रप्रदेश के सेंटर में हे और २ बड़ी सिटी के बीच में हे।
अमरावती में कृष्णा रिवर भी हे इसी वजह से सिटी में हमेशा पानी रहता हे पानी के वजह से यह पर के किसान समृध थे यह किसनो की जमनी लेने की लिए सरकार को खूब दिक़्क़त आने वाले थी।पर वह के CM.C.NAYDU की वजह से किसनो ने अपनी जमनी हंसी ख़ुशी दे दी।ये भारत का सबसे बड़ा दान किया हुआ लैंड था जो की २० गाव के २४००० किसनो ने दान किया था २८००० एकर ज़मीन थी।
क्यों इसे इंडिया का सिंगापुर कहा जा रहा था –
ये सिटी एक ग्रीन फ़ील्ड सिटी बनाने जा रही थी।ये सिटी ह्यूज सिटी बनने वाले थी जिसमें खूब सारे लोग और खूब सारी नोकरी थी। इस सिटी में सब इलेक्ट्रिसिटी सोलर से आने वाली थी।वॉटर टैक्सी बनने वाली थी।५ अलग टाइप के रोड बन ने वाले थे।
इस सिटी ९ बड़े ज़िल्हे बनने वाले थे इस सिटी को बनने की लिए बजट बहोत बड़ा था।इस लिए CM ने सब से हेल्प मांगी।सिंगापुर की गोवेरमेंट ने इंडिया के हिस्ट्री में पहलीबार काम किया था.
क्यों टूटा सपना –
२०१५ में इस सिटी की नीव रखी थी जिसका काम २०२४ में पूरा होना था।पर २०१९ के चुनाव में CM चुनाव हार गए और जगनमोहन रेडी CM बने रेडी के हिसाब से ये सिटी एक बड़ा स्कैम हे और उन्होंने यह प्रोजेक्ट बंद कर वाया भारत में सिंगापुर बनाने का सपना क्यों रहा अधूरा.
CM रेडी का सबसे अजीब फ़ैसला-
भारत में पहली बार CM रेडी ने एक स्टेट को ३ राजधानी बनाने का फ़ेसला लिया जिस के वझा से ट्रांसपोर्ट कॉस्ट high हो ने वाली थी।पहले सी ये स्टेट क़र्ज़े में डूबा हुआ था.
अमरावती का विकास विफल हो गया क्योंकि मुख्यमंत्री ने लोगों की जरूरतों से ऊपर अपने खुद के नजरिए को प्राथमिकता दी. शहर के निर्माण से विस्थापित हुए किसानों ने अपनी उपजाऊ जमीन जाने के विरोध में प्रदर्शन किया. अदालतों ने भी हस्तक्षेप किया और शहर के विकास को रोकने का आदेश दिया.सार्वजनिक जरूरतों से ऊपर राजनीतिक अहंकार को प्राथमिकता दी गई हे.भारत में सिंगापुर बनाने का सपना क्यों रहा अधूरा.अब आपको पता चल गया होगा।
क्या अब होगा सपना पूरा –
२०२४ को नायडू फिर से CM बन गए हे CM बनते ही नायडू ने अमरावती को राजधानी का दर्जा दे दिया हे बंद हुए प्रोजेक्ट का फिर से काम चालू कर दिया गया हे.आंध्र प्रदेश में फिर एक बार चंद्रबाबू नायडू की सरकार आने के बाद अमरावती को नई राजधानी बनाने की चर्चा तेज हो गई है.
भारत में सिंगापुर बनाने का सपना क्यों रहा अधूरा शायद अब ये सपना जल्दी ही पूरा होगा
जिस दिन राजनीतिक लोग नैशनल इंटरेस्ट को पोलिटिकल इंटरेस्ट से ऊपर रखे गे भारत में एसें प्रोजेक्ट बंद नहीं होगे
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