Ratan Tata Death- आज का दिन भारतीय उद्योग जगत के लिए बेहद दुखद है, क्योंकि देश के सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा बुधवार रात इस दुनिया को छोड़ कर चले गए।
रतन टाटा का जीवन परिचय
Ratan Tata Death- रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था। नवल और सूनू टाटा के घर जन्मे रतन टाटा ग्रुप के फाउंडर जमशेदजी टाटा के परपोते थे। वे पारसी धर्म से हैं। उनके माता पिता बचपन में ही अलग हो गए थे और दादी ने उनकी परवरिश की थी। 1991 में उन्हें टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनाया गया था।
वह जमशेदजी टाटा के परिवार से संबंध रखते थे, जिन्होंने टाटा समूह की स्थापना की थी। रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से पूरी की और बाद में उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनके नेतृत्व में, टाटा समूह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई और कई महत्वपूर्ण उद्योगों में अपनी जगह बनाई, जिनमें इस्पात, ऑटोमोबाइल, सूचना प्रौद्योगिकी, और उपभोक्ता उत्पाद शामिल हैं।
86 साल की उम्र में निधन
Ratan Tata Death- टाटा समूह के चेयरमैन और वरिष्ठ उद्योगपति रतन टाटा ने बुधवार रात इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। 86 साल की उम्र में देश और दुनिया को अलविदा कहने वाले रतन टाटा को खराब स्वास्थ्य के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन पहले ही उन्होंने अपने स्वास्थ्य पर किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने और खुद का स्वस्थ बताया था। रतन टाटा के निधन पर राजनीतिक जगत से कई लोगों ने दुःख जताया। इनमें पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी सहित कई दिग्गज शामिल हैं।
अंतिम संस्कार कहा होने वाला है
Ratan Tata Death- आज शाम को उनका राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुंबई पुलिस के दक्षिण क्षेत्र के अतिरिक्त आयुक्त अभिनव देशमुख ने कहा, ‘सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक रतन टाटा पार्थिव शरीर दर्शन के लिए NCPA में रखा जाएगा। जो भी लोग दर्शन के लिए आएंगे उनसे अपील है कि वहां पार्किंग की सुविधा नहीं है तो उन्हें पुलिस के निर्देशों का पालन करना होगा और अपनी पार्किंग की व्यवस्था देख कर आएं, पुलिस पूरी तरह से तैनात रहेगी।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि उद्योगपति रतन टाटा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सरकार की ओर से गुरुवार को दिग्गज उद्योगपति और परोपकारी रतन नवल टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्योगपति के भाई नोएल से बात कर संवेदना व्यक्त की है।
इलेक्ट्रिक अग्निदाह से दी जाएगी अग्नि
Ratan Tata Death- रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वरली के पारसी शमशान भूमि में पार्थिव शरीर को लेकर आएंगे। सबसे पहले पार्थिव शरीर को प्रेयर हॉल में रखा जाएगा। 45 मिनट के प्रेयर के बाद पार्थिव शरीर को इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
Ratan Tata Death- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “रतन टाटा का निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने भारत के उद्योग को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया और समाज सेवा में भी उनका अतुलनीय योगदान रहा। पीएम मोदी ने लिखा कि रतन टाटा जी एक दूरदर्शी व्यापारी नेता, एक दयालु व्यक्तित्व और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित व्यापार घरों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से बहुत आगे निकल गया। अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के कारण उन्होंने कई लोगों का दिल जीता।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा देश के लिए यह बहुत बड़ा नुक़सान है
Ratan Tata Death- उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रतन टाटा जी बहुत ही सफल उद्योगपति तो थे ही लेकिन उससे भी बड़े व्यक्ति के रूप में हम उन्हें देखते हैं। उन्होंने देश और समाज के लिए काम किया है। उन्होंने केवल सफल उद्योग नहीं बल्कि एक ऐसा ब्रांड खड़ा किया जिसने हमारे देश को एक वैश्विक पहचान दी, देश के लिए ये बहुत बड़ा नुकसान है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्या ट्वीट किया
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Ratan Tata Death- रतन टाटा 30 से अधिक कंपनियों के मालिक थे और विश्व के 100 से अधिक देशों में व्यापार है। आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के मुताबिक, टाटा ग्रुप के चेयरमैन टाटा की कुल संपत्ति 3,800 करोड़ रुपये बतायी जाती है और वे इस लिस्ट में 421 वें पायदेन पर हैं। एक साल पहले यानी 2021 में उनकी कुल संपत्ति सिर्फ 3,500 करोड़ रुपये बताई गई थी। ऐसे में देखा जाए तो उनकी कुल संपत्ति कंपनी की कुल संपत्ति के मुकाबले 0.50 फीसदी भी नहीं है।
दरअसल, रतन टाटा ने अपनी संपत्ति का भारी हिस्सा टाटा ट्रस्ट को दे दिया था, टाटा संस में उनकी हिस्सेदारी दो तिहाई थी। इसके अलावा, टाटा संस के डिविडेंड से आने वाले पैसे का 60 प्रतिशत हिस्सा धर्मार्थ कामों में लगाया जाता था।
टाटा ग्रुप की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज
कंपनी का नाम | मार्केट कैप ( करोड़ में ) |
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज | ₹15.39 लाख |
टाटा मोटर्स | ₹3.46 लाख |
टाटा स्टील | ₹2.08 लाख |
टाइटन | ₹3.10 लाख |
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स | ₹1.11 लाख |
ट्रेंट | ₹2.92 लाख |
टाटा पावर | ₹1.47 लाख |
इंडीयन होटल कंपनी | ₹98,770 |
वोल्टास | ₹59,260 |
टाटा कम्यूनिकेशन | ₹55,579 |
टाटा एलेक्सी | ₹47,520 |
टाटा टेक्नोलॉजी | ₹42,520 |
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोर्रेशन | ₹33,140 |
टाटा केमिकल्स | ₹28,190 |
टाटा टेलीसर्विसेस | ₹15,470 |
नेल्को | ₹2,280 |
रैलिस इंडिया | ₹6,090 |
टाटा कॉफ़ी | ₹6,440 |
टाटा मेटालिक्स | ₹3,487 |
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