National Park In Maharashtra: महाराष्ट्र में कुल 6 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो राज्य की जैव विविधता, वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। आइए इन राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में विस्तार से जानते है।
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राष्ट्रीय उद्यान क्या हैं?
National Park In Maharashtra: राष्ट्रीय उद्यान (National Parks) ऐसे संरक्षित क्षेत्र हैं, जो प्रकृति, वनस्पति, जीव-जंतु, और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा के लिए स्थापित किए गए हैं। इनका उद्देश्य पर्यावरण को संरक्षित करना, जैव विविधता को बनाए रखना और वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखना है।
भारत में राष्ट्रीय उद्यान पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इन्हें कानूनी रूप से संरक्षित किया गया है, जहां मानव गतिविधियों, जैसे शिकार, जंगल काटना, और कृषि, पर सख्त पाबंदी होती है।
राष्ट्रीय उद्यानों का महत्व
National Park In Maharashtra: राष्ट्रीय उद्यानों का बहुत महत्व है क्योंकि वे जैव विविधता को संरक्षित करने, लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा करने और प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण अभयारण्यों के रूप में कार्य करते हैं। ये संरक्षित क्षेत्र पारिस्थितिक संतुलन में भी योगदान करते हैं, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करते हैं, और बाहरी मनोरंजन और पर्यावरण शिक्षा के अवसर प्रदान करते हैं।
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय उद्यान स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देते हैं, स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन करते हैं और संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाते हैं।
List Of National Parks In Maharashtra |
क्र. सं. | राष्ट्रीय उद्यान | स्थापना |
1. | चंदौली राष्ट्रीय उद्यान | 2004 |
2. | गुगामल राष्ट्रीय उद्यान | 1974 |
3. | नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान | 1975 |
4. | पेंच (जवाहरलाल नेहरू) राष्ट्रीय उद्यान | 1975 |
5. | संजय गांधी (बोरीवली) राष्ट्रीय उद्यान | 1983 |
6. | ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान | 1955 |
1. चंदौली राष्ट्रीय उद्यान
chandoli national park: चंदोली राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, सतारा और रत्नागिरी जिलों में फैला हुआ है। इसे 2004 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया। यह राष्ट्रीय उद्यान पश्चिमी घाट के सह्याद्री पहाड़ियों में स्थित है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है।
- क्षेत्रफल: 317.7 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: मंडूर, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: INR 300
- समय: सुबह 7 से 10 बजे तक और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से फरवरी
- आसपास के आकर्षण: अंबा घाट, श्री अंबा बाई, मंदिर, कोल्हापुर, रंकला झील
2. गुगामल राष्ट्रीय उद्यान
gugamal national park: गुगामाल राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित एक सुंदर और समृद्ध जैव विविधता वाला क्षेत्र है। यह राष्ट्रीय उद्यान सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में फैला हुआ है और इसे 1974 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया। यह क्षेत्र अपनी घनी हरियाली, वन्यजीवों और मनमोहक प्राकृतिक दृश्यावली के लिए प्रसिद्ध है।
- क्षेत्रफल: 1673.93 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: अमरावती, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: 2000 रुपये
- समय: सुबह 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से जून
- आसपास के आकर्षण: अमरावती, ओंकारेश्वर
3. नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान
navegaon national park: नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में स्थित एक प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य है। यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों और पक्षी प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध वनस्पति, और पक्षियों की विविधता इसे पर्यटकों और शोधकर्ताओं के बीच खास बनाती है।
- क्षेत्रफल: 133.88 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: गोंदिया जिला, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: लागू नहीं
- समय: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल और मई
- आसपास के आकर्षण: नवेगांव झील, नवेगांव, बांध, नवेगांव नागजीरा टाइगर रिजर्व, इटियादोह बांध
4. पेंच (जवाहरलाल नेहरू) राष्ट्रीय उद्यान
pench national park: पेंच राष्ट्रीय उद्यान जो मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है। पेंच राष्ट्रीय उद्यान का नाम पेंच नदी के नाम पर रखा गया है, जो इस क्षेत्र से गुजरती है। इसे 1975 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त हुआ और 1992 में इसे बाघ संरक्षित क्षेत्र (Project Tiger) के तहत शामिल किया गया।
यह उद्यान “द जंगल बुक” के लेखक रुडयार्ड किपलिंग के लिए प्रेरणा का स्रोत था, क्योंकि इस उपन्यास के कई पात्रों और घटनाओं की प्रेरणा पेंच वन क्षेत्र से मिली थी।
- क्षेत्रफल: 257.26 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: नागपुर जिला, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: 150 रुपये
- समय: सुबह 6:00 बजे से 11:00 बजे तक और दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: फरवरी से अप्रैल
- आसपास के आकर्षण: पेंच बांध जलाशय, कुंवारा भीवसेन (गोंड देवस्थान) हिंदू मंदिर, तोतलाडोह बांध जलाशय
5. संजय गांधी (बोरीवली) राष्ट्रीय उद्यान
sanjay gandhi national park: संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान जिसे पहले “बोरिवली राष्ट्रीय उद्यान” के नाम से जाना जाता था, मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक राष्ट्रीय उद्यान है। संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1996 में की गई, और इसे “राष्ट्रीय उद्यान” का दर्जा 1983 में मिला था। पहले इसे बोरिवली राष्ट्रीय उद्यान कहा जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ संजय गांधी के नाम पर रखा गया।
- क्षेत्रफल: 87 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: मुंबई, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: 70 रुपये (वयस्क) और 28 रुपये (बच्चों के लिए)
- समय: सुबह 9 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और दोपहर 1.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च और अगस्त से नवंबर
- आसपास के आकर्षण: शेर और बाघ सफ़ारी, कन्हेरी गुफाएँ, शिलोंडा ट्रेल, नागला ब्लॉक ट्रेल
6. ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान
tadoba andhari national park: तडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व महाराष्ट्र का सबसे प्रसिद्ध और सबसे पुराना टाइगर रिजर्व है, जो राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित है। तडोबा को ‘महाराष्ट्र का सबसे बेहतरीन बाघ अभयारण्य’ माना जाता है। 1955 में इसे एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था, और 1995 में इसे टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला। तडोबा अंधारी रिजर्व का नाम तडोबा झील और अंधारी नदी से लिया गया है।
- क्षेत्रफल: 625.4 वर्ग किलोमीटर
- स्थान: चंद्रपुर जिला, महाराष्ट्र
- प्रवेश शुल्क: INR 600 – 2000
- समय: सुबह 6 बजे से शाम 6:30 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
- आसपास के आकर्षण: मोहरली, खोसला, ताडोबा झील, एराई बांध
National Park In Maharashtra: राष्ट्रीय उद्यान प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण के महत्वपूर्ण स्थल हैं। ये हमारे पर्यावरण को संरक्षित रखने में मदद करते हैं और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हैं। राष्ट्रीय उद्यानों की सुरक्षा और संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि हमारे पर्यावरण और वन्यजीवों की विरासत को संरक्षित रखा जा सके। (National Park In Maharashtra In Hindi )
यह भी देखिए-
1. महाराष्ट्र के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान कौन से हैं?
महाराष्ट्र में कुल 6 प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान हैं
तडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (चंद्रपुर), नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान (गोंदिया), पेंच राष्ट्रीय उद्यान (नागपुर), संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (मुंबई), गुगामाल राष्ट्रीय उद्यान (अमरावती), चंदोली राष्ट्रीय उद्यान।
2. क्या महाराष्ट्र के राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों को सफारी की सुविधा मिलती है?
हां, महाराष्ट्र के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों, जैसे तडोबा अंधारी, पेंच, और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में सफारी की सुविधा उपलब्ध है। पर्यटक जीप सफारी के माध्यम से वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।
3. क्या महाराष्ट्र के राष्ट्रीय उद्यानों में वीकेंड या छुट्टियों के दौरान भी बहुत भीड़ होती है?
हाँ, विशेष रूप से छुट्टियों और सप्ताहांत पर इन उद्यानों में पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। इस समय में सफारी के लिए अग्रिम बुकिंग करना जरूरी हो सकता है।