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Tirupati Laddu controversy-आंद्रप्रदेश के पिछले सरकार ने किया महापाप जगनमोहन रेड्डी ने भगवान के लड्डू प्रसाद में की चर्बी और मांस की मिलावट

तिरुपति, भारत के तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर में भक्तों को दिया जाने वाला तिरुपति लड्डू एक लोकप्रिय प्रसादम है।Tirupati Laddu controversy विवाद तब शुरू हुआ जब खबरें आईं कि लड्डू में वनस्पति तेल और पशु वसा का तेल मिलाया जा रहा है। यह बहुत गंभीर मसला है क्योंकि लड्डू पारंपरिक रूप से शुद्ध घी से बनाया जाता है।

Tirupati Laddu controversy C.M. चंद्रबाबु नायडू ने किया था खुलासा ttd laddu animal fat –

C.M. चंद्रबाबु नायडू ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए इस बात का खुलासा किया था।उन्होंने ने सभा में कहा था कि पिछले सरकार ने यानि जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने लड्डू प्रसादम में घे की जगह घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया हे।और जानबुज कर भगवान के प्रसाद को दूषित किया हे। ttd laddu animal fat

लेब रिपोर्ट में हुआ खुलासा ttd laddu report-

C.M. चंद्रबाबु नायडू ने प्रसादम के कुछ सैम्पल लेब में दिए गए उसमें गाय और सुअर की चर्बी पाई गई थी और लार्ड और मछली का तेल भी पाया गया हे।

9 जुलाई को मंदिर बोर्ड ने घी के सैंपल गुजरात स्थित पशुधन लैब (NDDB CALF Ltd.) भेजे और 16 जुलाई को लैब रिपोर्ट आई. इसमें एक फर्म के घी में मिलावट पाई गई हे राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की फूड लैब काल्फ CALF ने बताया कि जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल से तैयार घी में प्रसादम के लड्डुओं बनाए जा रहे हैं.

क्या हे भक्तों का कहना –

Tirupati Laddu controversy पर भक्त का कहना है कि वाईसीपी (वाईएसआर कांग्रेस पार्टी) की सरकार के सत्ता में आने के बाद से उन्होंने लड्डू की गुणवत्ता में बदलाव देखा है। उनका मानना है कि लड्डू पहले जैसा अच्छा नहीं है और इसकी वजह सरकार द्वारा लागत में कटौती करना हो सकता है।

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