essay on apj abdul kalam in 500 words

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- सफलता की कहानियाँ हम सभी को प्रेरित करती हैं। ये कहानियाँ केवल उन लोगों की नहीं हैं जिन्होंने बड़े लक्ष्यों को हासिल किया, बल्कि उन लोगों की भी हैं जिन्होंने छोटे-छोटे कदम उठाकर अपनी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाए।

उनका प्रारंभिक जीवन

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक साधारण मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता, जैनुल्ला शेख मियां, एक नाविक थे और उनकी माँ आशियम्मा एक गृहिणी थीं। कलाम के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं थी, लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें शिक्षा के महत्व का अहसास कराया। डॉ. कलाम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रामेश्वरम के छोटे से स्कूल से प्राप्त की और बाद में उच्च शिक्षा के लिए तिरुचिरापल्ली गए।

शिक्षा और संघर्ष

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रामेश्वरम के एक छोटे से स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज से बी.एससी. की डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अपने अध्ययन के दौरान, उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके माता-पिता ने हमेशा शिक्षा के महत्व को समझाया, जिससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।

करियर की शुरुआत

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद डॉ. कलाम ने भारतीय रक्षा मंत्रालय के एक विभाग में कार्य करना शुरू किया। 1960 के दशक में, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में शामिल होकर भारतीय उपग्रहों के विकास में योगदान दिया। उन्होंने ‘SLV-3’ प्रक्षेपण यान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने भारत का पहला उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ 1975 में कक्षा में स्थापित किया।

मिसाइल कार्यक्रम

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम को भारतीय मिसाइल कार्यक्रम का जनक माना जाता है। उन्होंने ‘अग्नि’ और ‘पृथ्वी’ जैसे कई सफल मिसाइलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी कड़ी मेहनत और दृष्टिकोण के कारण भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल की। उनके योगदान ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।

उनके राष्ट्रपति रहने का कार्यकाल

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम 2002 से 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे। राष्ट्रपति बनने के बाद भी, उन्होंने हमेशा शिक्षा और युवा विकास के प्रति अपने समर्पण को बनाए रखा। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उनका प्रसिद्ध कथन “सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते” युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।

लेखन और प्रेरणा

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम एक prolific लेखक भी थे। उन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें “इंडीया 2020”, “माई जर्नी”, और “विंग्स ऑफ फायर” शामिल हैं। इन किताबों में उन्होंने अपने विचारों, अनुभवों और भविष्य की योजनाओं को साझा किया। उनकी लेखनी ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और उन्हें अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर किया।

apj abdul kalam quotes in hindi

  • “सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते।”
  • “आपका भविष्य आपके हाथों में है, यह तय करने के लिए कि आप क्या बनना चाहते हैं।”
  • “सफलता की कुंजी है, आपकी मेहनत और आपकी इच्छाशक्ति।”
  • “यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो हमेशा अपने कार्य को पूरी ईमानदारी और लगन के साथ करें।”
  • “इंसान को अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हमें उन्हें अपनी सफलता की सीढ़ी बनाना चाहिए।”
  • “ज्ञान ही शक्ति है, लेकिन शक्ति का सही उपयोग ही वास्तविकता है।”
  • “सपने देखने वालों के लिए सफलता की कोई सीमा नहीं होती।”
  • “जिस दिन आपके विचार आपके कार्यों को प्रेरित करते हैं, उसी दिन आप सफलता की ओर बढ़ते हैं।”
  • “आपके काम से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है, इसलिए अपने कार्य को अपने जीवन का लक्ष्य बनाएं।”
  • “हर सफल व्यक्ति की एक कठिनाई होती है, लेकिन वे कभी हार नहीं मानते।”

signature of apj abdul kalam

व्यक्तिगत जीवन

Essay On Apj Abdul kalam In 500 Words- डॉ. कलाम एक साधारण जीवन जीने वाले व्यक्ति थे। उन्हें बच्चों और युवाओं से बहुत प्यार था, और उन्होंने हमेशा उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया। उनका मानना था कि शिक्षा एक ऐसा साधन है जो व्यक्ति को अपने सपनों को पूरा करने की शक्ति प्रदान करता है।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवन हमें यह सिखाता है कि संघर्ष और मेहनत के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी मंजिल हासिल कर सकता है। उन्होंने अपने जीवन में जो भी किया, वह देश और समाज के प्रति उनकी निष्ठा का परिचायक था। उनके योगदान ने भारत को एक नई दिशा दी और उनकी विचारधारा ने आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरित किया है। उनकी सफलता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि सच्ची मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी बाधा पार की जा सकती है। डॉ. कलाम का जीवन सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा।

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